दिल्ली में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए नव निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार ने महिला समृद्धि योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत दिल्ली की महिलाओं को हर महीने ₹2500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
यह घोषणा 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी की भारी जीत के बाद आई, जिससे पार्टी ने 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस योजना को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस योजना के तहत पहली किस्त 8 मार्च, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन दी जाएगी, जो महिलाओं के योगदान को सम्मान देने का एक प्रतीक है।
महिला समृद्धि योजना केवल एक आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के संपूर्ण कल्याण के लिए बनाई गई एक व्यापक योजना है। इसके तहत कई अन्य लाभ भी दिए जाएंगे:
- मातृत्व सहायता: गर्भवती महिलाओं को ₹21,000 की एकमुश्त वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान 6 पोषण किट भी दी जाएंगी, जिससे मां और बच्चे दोनों को सही पोषण मिल सके।
- एलपीजी सब्सिडी: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को ₹500 की एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा, प्रमुख त्योहारों पर एक मुफ्त सिलेंडर भी प्रदान किया जाएगा, जिससे त्योहारों की खुशियों में कोई कमी न आए।
इस योजना के लिए पात्रता की शर्तें इस प्रकार हैं:
- निवास प्रमाण: केवल दिल्ली की स्थायी निवासी महिलाएं ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं
- आयु सीमा: 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र होंगी।
- आर्थिक स्थिति: इस योजना का लाभ बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा।
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योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया गया है:
- ऑनलाइन पंजीकरण: इच्छुक महिलाएं दिल्ली सरकार के महिला समृद्धि योजना पोर्टल पर जाकर आवेदन पत्र भर सकती हैं।
- दस्तावेज़ अपलोड: आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और बैंक खाते की जानकारी जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे।
- बैंक खाता अनिवार्यता: योजना के तहत दी जाने वाली राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाएगी।
इस योजना के लॉन्च होने के बाद इसे लेकर लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। समर्थक इसे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं। इसके माध्यम से महिलाएं अपनी शिक्षा, कौशल विकास और छोटे व्यवसायों में निवेश कर सकती हैं। साथ ही, गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सहायता से मातृत्व मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलेगी।
हालांकि, कुछ आलोचकों को इस योजना की स्थिरता और कार्यान्वयन को लेकर चिंता है। इस योजना के लिए आवश्यक धनराशि की उपलब्धता एक बड़ा सवाल है, खासकर तब जब पिछली सरकार ने आर्थिक तंगी के साथ सत्ता छोड़ी थी। इसके अलावा, लाभार्थियों की सही पहचान और सत्यापन भी एक चुनौती है।
महिला समृद्धि योजना एक ऐसी पहल है जो दिल्ली की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। इस योजना के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता, मातृत्व लाभ और रसोई गैस सब्सिडी जैसे प्रावधान महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में मदद करेंगे। हालांकि, इस योजना की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि सरकार इसे कितनी प्रभावी और पारदर्शी तरीके से लागू करती है।