सुभद्रा योजना ओडिशा सरकार द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।
इस योजना के तहत, 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को पांच वर्षों में कुल ₹50,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। प्रत्येक वर्ष, लाभार्थियों को ₹10,000 की राशि दो किस्तों में दी जाएगी: पहली किस्त रक्षाबंधन के अवसर पर और दूसरी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को।
पात्रता के लिए आवश्यक है कि आवेदिका ओडिशा की निवासी हो और उसकी आयु 21 से 60 वर्ष के बीच हो। सरकारी कर्मचारी या आयकर दाता परिवारों की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है। आवेदिका को आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।
सुभद्रा योजना का पांचवां चरण हाल ही में शुरू किया गया है, जिसमें 1.85 लाख महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। इस चरण में, प्रत्येक लाभार्थी को ₹5,000 की पहली किस्त 6 मार्च, 2025 को जारी की गई है।
यदि किसी लाभार्थी को अब तक कोई किस्त प्राप्त नहीं हुई है, तो वे अपने निकटतम ‘मो सेवा केंद्र’, जन सेवा केंद्र या ग्राम पंचायत में जाकर अपनी समस्या का समाधान कर सकते हैं। एनपीसीआई से संबंधित समस्याओं के लिए, संबंधित बैंक शाखा में संपर्क किया जा सकता है।
ओडिशा सरकार ने इस योजना के लिए अगले पांच वर्षों के लिए ₹55,825 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जिससे राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
सुभद्रा योजना के माध्यम से, ओडिशा सरकार राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।