Pradhan Mantri MUDRA Yojana 2026 (PMMY) जो छोटे दुकानदारों, स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं, स्वरोजगार करने वाली महिलाओं, किसानों, फूड स्टॉल मालिकों, रीसेलिंग करने वालों और ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को बिना गारंटी ऋण उपलब्ध कराती है। यह योजना 2026 में भी शिशु, किशोर और तरुण तीन श्रेणियों में लोन प्रदान करती है, जिसकी कुल सीमा 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक रहती है। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देना, रोजगार के अवसर बढ़ाना और जिन लोगों के पास बिजनेस शुरू करने के लिए पूंजी नहीं है, उन्हें वित्तीय सहायता देना है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें किसी प्रकार की बैंक गारंटी की आवश्यकता नहीं होती और ब्याज दर भी बैंक और व्यवसाय की प्रकृति के अनुसार न्यूनतम रखी जाती है, जिससे छोटे उद्यमी आसानी से अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकते हैं।
| योजना का नाम | प्रधानमंत्री मुद्रा योजना 2026 |
|---|---|
| लोन प्रकार | शिशु, किशोर, तरुण |
| लोन राशि | ₹50,000 से ₹10,00,000 तक |
| आयु सीमा | 18 से 65 वर्ष |
| पात्रता | नया या चल रहा छोटा व्यवसाय |
| दस्तावेज | आधार, पैन, बैंक पासबुक, फोटो, पता प्रमाण, व्यवसाय विवरण |
| ब्याज दर | बैंक अनुसार |
| आधिकारिक वेबसाइट | https://www.mudra.org.in , https://www.pmmy.gov.in |
इस योजना के अंतर्गत आवेदनकर्ता की आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष तक होनी चाहिए, और आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना आवश्यक है। योजना में वही लोग आवेदन कर सकते हैं जो नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हों या अपने मौजूदा छोटे व्यापार को बढ़ाना चाहते हों। इसमें दुकान, सर्विस उद्योग, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, वाहन खरीद, ई-रिक्शा, टिफिन सर्विस, ब्यूटी पार्लर, सिलाई केंद्र, किराने की दुकान, मोबाइल रिपेयरिंग जैसे लगभग सभी सूक्ष्म व्यवसाय शामिल किए जाते हैं। योजना में महिलाओं और SC/ST/OBC वर्ग के आवेदकों को विशेष प्राथमिकता दी जाती है, जिससे उन्हें लोन जल्दी और सरलता से मिल सके। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, व्यवसाय से जुड़ी बुनियादी जानकारी, अनुमानित व्यय और आय का विवरण तथा यदि दुकान पहले से चल रही है तो उससे संबंधित कागजात शामिल होते हैं।
मुद्रा योजना 2026 में शिशु श्रेणी के माध्यम से 50,000 रुपये तक, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5 लाख रुपये तक और तरुण श्रेणी में 5 लाख से 10 लाख रुपये तक वित्तीय मदद प्रदान की जाती है। कई बैंक इस योजना के अंतर्गत प्रोसेसिंग शुल्क भी नहीं लेते, जिससे छोटे उद्यमियों को अतिरिक्त लाभ मिलता है। लोन की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है और उसका उपयोग केवल व्यवसाय से जुड़े उद्देश्यों के लिए ही किया जाना चाहिए। यह योजना अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की इच्छा रखने वाले युवाओं और महिलाओं के लिए काफी उपयोगी मानी जाती है क्योंकि इसमें दस्तावेजी प्रक्रिया बहुत सरल और पारदर्शी होती है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया बहुत आसान है और इसे कोई भी व्यक्ति घर बैठे पूरा कर सकता है। सबसे पहले आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट pmmy.gov.in या mudra.org.in पर जाना होता है, जहां से शिशु, किशोर या तरुण श्रेणी के अनुसार फॉर्म डाउनलोड करना होता है। इसके बाद आवेदक को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, व्यवसाय का विवरण, अनुमानित खर्च, अपेक्षित लोन राशि और वित्तीय योजना को सावधानीपूर्वक भरना चाहिए। सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके या फोटोकॉपी के रूप में संलग्न करने के बाद यह फॉर्म नजदीकी बैंक शाखा—जैसे SBI, PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा, HDFC, ICICI, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया—में जमा करना होता है। बैंक आवेदन की जांच करता है और यदि सभी दस्तावेज सही हैं, तो 7 से 15 दिनों के अंदर लोन स्वीकृत कर दिया जाता है। कई बैंक आवेदक से व्यवसाय का छोटा सा प्लान भी माँगते हैं, जिससे यह पता चल सके कि लाभ कमाने की क्षमता कितनी है और व्यवसाय कितना व्यवहारिक है।
यह योजना रोजगार को बढ़ावा देने, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में छोटे व्यापार को आत्मनिर्भर बनाने और युवाओं को वित्तीय रूप से मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कई लोगों का मानना है कि इस योजना ने स्टार्टअप और छोटे उद्योगों को नई दिशा दी है, जबकि कुछ लोगों की राय है कि बैंक कभी-कभी दस्तावेजों की जांच में अधिक समय ले लेते हैं। फिर भी, समग्र रूप से देखा जाए तो यह योजना भारत में छोटे उद्यमियों के लिए एक बड़ी सहायक पहल बन चुकी है और 2026 में भी लाखों लोगों को इससे लाभ मिलने की उम्मीद है।


