प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) 2026 का मकसद ग्रामीण गरीब परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराना है। यदि आप इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो पात्रता, आयु सीमा, आवश्यक दस्तावेज और आवेदन-स्थिति जैसी जानकारी पहले से समझ लेना बहुत जरूरी है। यह योजना उन परिवारों को प्राथमिकता देती है जिनके पास पक्का घर नहीं है और जो सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से कमजोर हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और राज्य-स्तर पर उपलब्ध पोर्टलों के माध्यम से पूरी की जाती है।
| जानकारी | विवरण |
|---|---|
| योजना नाम | प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) |
| आवेदन प्रक्रिया | राज्य-स्तरीय ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से |
| पात्रता | SECC-2011 में नाम होना, पक्का घर न होना, पहले कोई आवास लाभ न लिया हो |
| आयु सीमा | सामान्यतः 15–59 वर्ष |
| अनुदान राशि | सामान्य क्षेत्र में ₹1,20,000 और पर्वतीय/कठिन क्षेत्र में ₹1,30,000 |
| आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड, बैंक पासबुक, आय-प्रमाण, निवास प्रमाण, मनरेगा जॉब कार्ड (यदि हो) |
| आवेदन-स्थिति | ऑनलाइन पोर्टल में जिला-ब्लॉक-ग्राम चुनकर स्टेटस देखा जा सकता है |
पात्रता की बात करें तो आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए और उसका नाम SECC-2011 डेटा में मौजूद होना आवश्यक है। परिवार के पास पहले से पक्का मकान नहीं होना चाहिए और न ही उसने किसी अन्य सरकारी आवास योजना से लाभ लिया हो। आर्थिक स्थिति भी एक प्रमुख कारक है, जहां BPL परिवार, विधवा, विकलांग व्यक्ति, अनुसूचित जाति/जनजाति वाले परिवार को अधिक वरीयता मिलती है। इसके अलावा, जिन परिवारों की आय कम है और वे वास्तव में निवास सहायता की जरूरत में हैं, उन्हें योजना में पहले शामिल किया जाता है।
आयु-सीमा सामान्यतः 15 से 59 वर्ष के बीच के वयस्कों पर केंद्रित रहती है, जबकि कुछ परिस्थितियों में 16–59 वर्ष के पुरुष वयस्क न होने पर परिवार को प्राथमिकता भी दी जाती है। इसका उद्देश्य उन परिवारों को मजबूती देना है, जिनकी आजीविका में कठिनाई अधिक है और जिन्हें आवास निर्माण के लिए अतिरिक्त सहयोग की आवश्यकता होती है।
PMAY-G के लिए आवेदन करते समय कुछ अनिवार्य दस्तावेज तैयार रखना जरूरी है। इसमें आधार कार्ड, बैंक पासबुक, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और यदि उपलब्ध हो तो मनरेगा जॉब कार्ड शामिल हैं। आधार प्रमाणीकरण इस योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए आधार विवरण का सही होना आवश्यक है। बैंक खाते का लिंक होना भी जरूरी है, क्योंकि अनुदान की राशि सीधे DBT के माध्यम से भेजी जाती है।
ऑनलाइन आवेदन की स्थिति जांचना भी बेहद आसान है। आपको केवल उस पोर्टल पर जाना होता है जहां से आवेदन किया गया था, और वहाँ उपलब्ध रिपोर्ट या स्टेटस सेक्शन में जाकर राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव का चयन करना होता है। इसके बाद पंजीकरण नंबर या नाम के आधार पर आपका विवरण प्रदर्शित हो जाता है। इससे आप जान सकते हैं कि आपका आवेदन किस चरण में है—सत्यापन, स्वीकृति, निर्माण प्रगति या अनुदान वितरण।
PMAY-G में Geo-tagging की सुविधा भी शामिल है, जिसमें घर निर्माण के प्रत्येक चरण की फोटो अपलोड की जाती है ताकि पारदर्शिता बनी रहे और यह सुनिश्चित हो सके कि लाभार्थी को सही समय पर पूरी सहायता मिले। यह सुविधा घर निर्माण की गति पर नज़र रखने में मदद करती है और योजना की विश्वसनीयता बढ़ाती है।
अंत में, यदि आप 2026 में इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो अपने सभी दस्तावेज पहले से तैयार रखें, सुनिश्चित करें कि SECC डेटा में आपका नाम सही है, और ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन भरते समय सभी जानकारी सटीक दर्ज करें। आवेदन-स्थिति समय-समय पर जांचते रहें, ताकि किसी त्रुटि या देरी की स्थिति में तुरंत सुधार किया जा सके। सही प्रक्रिया अपनाने से आपके घर निर्माण का सपना पूरा होना और भी आसान हो जाता है।


