प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने का एक अहम कदम है। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा 2023 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य कौशल उन्नयन, आधुनिक उपकरणों की आपूर्ति, और वित्तीय सहायता के जरिए इन कारीगरों को सशक्त बनाना है। आइए इस योजना की मुख्य बातें और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानें।
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पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के लाभ
इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख लाभ दिए जा रहे हैं:
- पहचान और प्रमाणपत्र: लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड दिया जाएगा, जो उन्हें सरकारी लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा।
- कौशल उन्नयन: 5-7 दिन का बेसिक और 15 दिन या अधिक का एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग के दौरान ₹500 प्रतिदिन का वजीफा भी दिया जाता है।
- उपकरण प्रोत्साहन: लाभार्थियों को ₹15,000 तक के टूलकिट ई-वाउचर प्रदान किए जाते हैं।
- क्रेडिट सुविधा:
- पहला ऋण: ₹1 लाख तक का बिना गारंटी का ऋण, जिसकी अवधि 18 महीने है।
- दूसरा ऋण: ₹2 लाख तक का ऋण, जो डिजिटल लेन-देन अपनाने और एडवांस ट्रेनिंग पूरा करने पर मिलता है।
- ब्याज दर केवल 5% है और 8% तक की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है।
- डिजिटल लेन-देन प्रोत्साहन: हर डिजिटल ट्रांजैक्शन पर ₹1 तक का कैशबैक, अधिकतम 100 ट्रांजैक्शन प्रति माह।
- मार्केटिंग सपोर्ट: उत्पादों की गुणवत्ता प्रमाणीकरण, ब्रांडिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्डिंग की सुविधा।
पात्रता मानदंड
- 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का कोई भी कारीगर या शिल्पकार।
- परिवार-आधारित पारंपरिक व्यवसाय में लगे व्यक्ति, जो सरकारी सेवा में न हों।
- पिछले 5 वर्षों में किसी अन्य सरकारी क्रेडिट योजना का लाभ न लिया हो।
- प्रत्येक परिवार से केवल एक सदस्य इस योजना का लाभ ले सकता है।
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: योजना का आवेदन पीएम विश्वकर्मा पोर्टल www.pmvishwakarma.gov.in पर किया जा सकता है।
- रजिस्ट्रेशन करें:
- आधार कार्ड, बैंक खाता और राशन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखें।
- नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं और बायोमेट्रिक सत्यापन करवाएं।
- पोर्टल पर सभी अनिवार्य जानकारी भरें और सबमिट करें। आवेदन संख्या नोट कर लें।
- सत्यापन प्रक्रिया:
- आवेदन का सत्यापन ग्राम पंचायत या नगर पालिका स्तर पर होगा।
- जिला क्रियान्वयन समिति द्वारा जांच के बाद अंतिम स्वीकृति दी जाएगी।
किसे संपर्क करें?
अगर आपको आवेदन प्रक्रिया में कोई कठिनाई होती है, तो आप टोल-फ्री नंबर 1800-267-7777 पर संपर्क कर सकते हैं।
शामिल व्यवसाय
यह योजना 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसायों को कवर करती है, जैसे:
- बढ़ई (सुथार), लोहार, सुनार, माटी के बर्तन बनाने वाले (कुम्हार), धोबी, दर्जी, मछली जाल बनाने वाले, और पारंपरिक खिलौना निर्माता।
योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना और उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। यह योजना उनके व्यवसाय को डिजिटल तकनीक से जोड़ने और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में मदद करेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
क्या इस योजना में कोई शुल्क है?
नहीं, यह योजना पूरी तरह से मुफ्त है।
योजना का लाभ पाने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
क्या यह योजना महिलाओं के लिए भी उपलब्ध है?
जी हां, यह योजना पुरुष और महिला दोनों कारीगरों के लिए है।
टूलकिट प्रोत्साहन कैसे प्राप्त होगा?
टूलकिट के लिए ई-वाउचर बेसिक स्किल ट्रेनिंग के बाद प्रदान किया जाएगा।