छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदना योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना सभी विवाहित, विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्त महिलाओं को लाभ प्रदान करती है, जो राज्य की स्थायी निवासी हैं और 21 वर्ष या उससे अधिक की आयु पूरी कर चुकी हैं। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा देना और उनके जीवन स्तर में सुधार करना है।
इस योजना के तहत, पात्र महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है, जो साल भर में 12,000 रुपये तक पहुंचती है। इसके अलावा, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म पर कुल 5,000 रुपये की सहायता राशि किश्तों में दी जाती है। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होती है। अब तक इस योजना से लगभग 70 लाख महिलाओं को लाभ मिला है, और हाल ही में तीसरी किश्त भी जारी की गई है।
पात्रता के लिए कुछ शर्तें हैं जैसे कि महिला का व्यक्तिगत बैंक खाता होना चाहिए, जो आधार से लिंक और डीबीटी के लिए सक्रिय हो। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और सरल है। इसके लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, और निवास प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज आवश्यक हैं। आवेदन महतारी वंदना योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर किया जा सकता है, जहां लाभार्थी अपना फॉर्म भरकर स्थिति की जांच भी कर सकते हैं।
यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक मदद करती है, बल्कि उनके सामाजिक सशक्तिकरण का मार्ग भी प्रशस्त करती है। छत्तीसगढ़ सरकार का यह कदम महिला कल्याण और विकास के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस योजना की सफलता ने इसे अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणादायक बना दिया है। हालांकि, इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए लाभार्थियों तक जागरूकता पहुंचाना और आवेदन प्रक्रिया को और भी सरल बनाना जरूरी है। इससे अधिक महिलाओं को योजना का लाभ मिल सकेगा और राज्य का विकास सुनिश्चित होगा।