लखपति दीदी योजना सरकार की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य ग्रामीण और स्वयं-सहायता समूह (SHG) से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार, प्रशिक्षण, और व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे हर वर्ष कम-से-कम एक लाख रुपये की आय प्राप्त कर सकें। यह योजना 2026 में भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े स्तर पर लागू की जा रही है और इसमें ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी आसानी से पंजीकरण कर सकें।
lakhpati didi yojana kya hai में आवेदन करने का सबसे अहम आधार यह है कि महिला किसी स्वयं-सहायता समूह की सक्रिय सदस्य हो। आम तौर पर आयु सीमा 18 वर्ष या उससे अधिक रखी गई है, ताकि वे प्रशिक्षण और व्यवसाय संचालन जैसे महत्वपूर्ण चरणों को समझ सकें। परिवार की वार्षिक आय सीमित होनी चाहिए और प्राथमिकता उन महिलाओं को दी जाती है जो कम आय वाले समूह से आती हैं। इसके अलावा, आवेदनकर्ता महिला को एक स्थिर व्यवसाय शुरू करने या आगे बढ़ाने की इच्छा भी होनी चाहिए।
| जानकारी | विवरण |
|---|---|
| योजना का नाम | लखपति दीदी योजना 2026 |
| लाभार्थी | स्वयं-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएँ |
| आयु सीमा | कम से कम 18 वर्ष |
| पारिवारिक आय सीमा | निम्न से मध्यम आय वाले परिवार प्राथमिक |
| मुख्य लाभ | ₹1,00,000 से ₹5,00,000 तक आर्थिक सहायता |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों |
| दस्तावेज़ | आधार कार्ड, निवास प्रमाण, आय प्रमाण, बैंक पासबुक, फोटो, SHG सदस्यता प्रमाण |
| आवेदन स्थिति | आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन कर के देखा जा सकता है |
| सहायता | प्रशिक्षण, व्यवसाय मॉडल सहायता, तकनीकी सहयोग, बाजार से जुड़ाव |
इस योजना के लाभ काफी व्यापक हैं। पात्र महिलाओं को एक लाख से पाँच लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जो अधिकतर मामलों में ब्याज-मुक्त या बहुत कम ब्याज दर पर दिया जाता है। इसके साथ ही, सरकार की ओर से स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग, तकनीकी सहायता, व्यापार मॉडल तैयार करने में मदद और बाजार से जोड़ने तक की सुविधा दी जाती है। इस प्रकार यह योजना न सिर्फ आर्थिक सहायता देती है बल्कि महिलाओं को व्यवहारिक रूप से व्यवसाय करने योग्य भी बनाती है। 2026 में भी सरकार इसे बड़ी संख्या में महिलाओं तक पहुँचाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध है। ऑनलाइन आवेदन के लिए आधिकारिक पोर्टल पर जाकर पंजीकरण या लॉगिन करना पड़ता है, जहाँ “कैसे बनें लखपति दीदी” या इसी तरह के विकल्प के माध्यम से चरणबद्ध निर्देश दिए होते हैं। आवेदन फॉर्म में सामान्य विवरण जैसे नाम, पता, आयु, SHG सदस्यता, बैंक विवरण और व्यवसाय से संबंधित प्राथमिक जानकारी भरनी होती है। यदि कोई महिला पहले से किसी आजीविका मिशन के अंतर्गत पंजीकृत है, तो उसकी जानकारी स्वचालित रूप से सत्यापित हो जाती है। आवेदन पूरा भरने के बाद इसे अंतिम रूप से जमा करके स्थिति (Application Status) भी उसी पोर्टल के माध्यम से देखी जा सकती है।
दस्तावेजों की बात करें तो आवेदन के लिए आधार कार्ड, निवास प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट-साइज फोटो, SHG की सदस्यता से जुड़ा कोई प्रमाण, और यदि हो तो व्यवसाय से संबंधित किसी प्रस्ताव का कागज़ शामिल होता है। इन दस्तावेजों की स्कैन कॉपी ऑनलाइन आवेदन के दौरान अपलोड करनी होती है। ऑफलाइन आवेदन के लिए इन्हीं दस्तावेज़ों के साथ ग्राम पंचायत, ब्लॉक मिशन, या महिला आजीविका केंद्र में संपर्क किया जा सकता है।
आवेदन की स्थिति (Application Status) जानने के लिए आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करना पड़ता है। लॉगिन करने के बाद डैशबोर्ड में “एप्लिकेशन स्टेटस” का विकल्प मिलता है, जिसके माध्यम से यह पता चल जाता है कि फॉर्म स्वीकृत हुआ है, लंबित है, या किसी दस्तावेज़ की कमी के कारण वापस किया गया है। यदि कोई त्रुटि होती है, तो उसे दोबारा सुधारकर अपलोड करने की सुविधा भी रहती है।
यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र और व्यवसाय करने के लिए सक्षम बनाती है। इसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बनें और अपने परिवार की आय में महत्वपूर्ण योगदान दें। 2026 में भी इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी रहती है, और जो महिलाएं आगे बढ़ना चाहती हैं, वे अपने SHG के माध्यम से या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकती हैं। इस योजना की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह महिलाओं को सिर्फ वित्तीय मदद नहीं देती, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में पूरा सहयोग भी प्रदान करती है।


