bihar laghu udyami yojana online registration राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और रोजगार के अवसर बढ़ाना है। इस योजना के तहत बिहार के गरीब और बेरोजगार युवाओं को अपना छोटा व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार वित्तीय सहायता देती है। यह योजना उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही है और पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को ₹2 लाख तक की राशि प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है पहली ₹50,000, दूसरी ₹1,00,000 और तीसरी ₹50,000 की। राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी या बिचौलियों की भूमिका न रहे। सरकार चाहती है कि हर युवा अपने हुनर और मेहनत के बल पर खुद का रोजगार खड़ा करे और दूसरों के लिए भी रोजगार का माध्यम बने।
इस योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है। आवेदक को सबसे पहले बिहार सरकार के पोर्टल https://udyami.bihar.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। वहां “Apply for Mukhyamantri Laghu Udyami Yojana” पर क्लिक करें और अपनी जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक विवरण भरें। आवेदन जमा होने के बाद आपको एक एप्लिकेशन नंबर मिलेगा, जिससे आप आगे की स्थिति चेक कर सकते हैं।
आवेदन करने से पहले कुछ जरूरी दस्तावेज़ और शर्तें पूरी करना आवश्यक है। नीचे दी गई तालिका में सभी विवरण स्पष्ट रूप से दिए गए हैं —
विवरण | आवश्यक जानकारी |
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योजना का नाम | मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना |
सहायता राशि | ₹2,00,000 तक |
वितरण की विधि | तीन किस्तों में – 25%, 50%, 25% |
आयु सीमा | 18 से 50 वर्ष |
निवास | बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना आवश्यक |
न्यूनतम योग्यता | 10वीं पास |
वार्षिक पारिवारिक आय | ₹72,000 (यानी ₹6,000 मासिक से कम) |
आवश्यक दस्तावेज़ | आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट फोटो |
आवेदन माध्यम | केवल ऑनलाइन (https://udyami.bihar.gov.in या https://laghuudyami.bihar.gov.in) |
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि युवाओं को न सिर्फ आर्थिक मदद दी जाती है बल्कि उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। योजना में चयनित उम्मीदवारों को उद्योग विभाग की ओर से प्रशिक्षण देकर व्यवसाय चलाने की बारीकियां सिखाई जाती हैं। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद पहली किस्त जारी की जाती है।
इस योजना का मकसद सिर्फ नौकरी देना नहीं बल्कि युवाओं को “रोजगार देने वाला” बनाना है। बहुत से लाभार्थियों ने पहले ही छोटे उद्योग जैसे सिलाई यूनिट, मोबाइल रिपेयरिंग, डेयरी, किराना दुकान, फर्नीचर निर्माण और सर्विस सेंटर शुरू किए हैं। ग्रामीण इलाकों में यह योजना काफी लोकप्रिय हो रही है क्योंकि इससे गांवों में भी छोटे व्यवसाय फल-फूल रहे हैं।
आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होने के कारण कोई भी युवक अपने मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे आवेदन कर सकता है। सभी दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद संबंधित विभाग जांच करता है और पात्रता तय करता है। चयन पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड रैंडमाइजेशन पद्धति से किया जाता है ताकि किसी तरह की पक्षपात या सिफारिश की गुंजाइश न रहे।
अगर आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपको प्रशिक्षण की सूचना दी जाती है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पहली किस्त मिलती है, और व्यवसाय शुरू करने के बाद शेष दो किस्तें जारी की जाती हैं। आपको हर किस्त के बाद Utilization Certificate यानी उपयोगिता प्रमाणपत्र पोर्टल पर अपलोड करना होता है। इससे सरकार यह सुनिश्चित करती है कि पैसा सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल हो रहा है।
बिहार लघु उद्यमी योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन उन युवाओं के लिए सुनहरा मौका है जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं लेकिन पूंजी की कमी से रुक जाते हैं। इस योजना से न केवल व्यक्तिगत विकास हो रहा है बल्कि राज्य में रोजगार और आर्थिक गतिविधियाँ भी तेजी से बढ़ रही हैं। यह पहल “आत्मनिर्भर बिहार” की दिशा में एक सशक्त कदम है।
आधिकारिक पोर्टल: https://udyami.bihar.gov.in
लघु उद्यमी योजना पोर्टल: https://laghuudyami.bihar.gov.in
उद्योग विभाग बिहार: https://state.bihar.gov.in/industry