लघु उद्यमी योजना 2025 के माध्यम से बिहार सरकार ने राज्य में बेरोजगारी को कम करने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
इस योजना के तहत, पात्र लाभार्थियों को ₹ 4 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो कि तीन किस्तों में वितरित की जाती है। पहली किस्त में परियोजना लागत का 25% (₹50,000), दूसरी किस्त में 50% (₹1,00,000), और तीसरी किस्त में शेष 25% (₹50,000) की राशि शामिल है। यह सहायता राशि लाभार्थियों को बिना किसी पुनर्भुगतान के प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय की स्थापना में महत्वपूर्ण मदद मिलती है।
मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना 2025 में आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक पात्रताएँ निर्धारित की गई हैं। आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए, उसकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और परिवार की मासिक आय ₹6,000 या उससे कम होनी चाहिए। साथ ही, परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। इन शर्तों को पूरा करने वाले आवेदक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के लिए, सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल की व्यवस्था की है। आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट udyami.bihar.gov.in पर जाकर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के दौरान, आवेदक को अपना नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, और अन्य आवश्यक जानकारी प्रदान करनी होगी। ओटीपी सत्यापन के बाद, पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होती है। इसके पश्चात, आवेदक अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन करके आवेदन पत्र भर सकते हैं। आवेदन पत्र में व्यक्तिगत जानकारी, व्यवसाय से संबंधित जानकारी, बैंक विवरण, और व्यवसाय योजना का संक्षिप्त विवरण शामिल है। साथ ही, आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की प्रति, पासपोर्ट साइज फोटो, और हस्ताक्षर की स्कैन की गई प्रति अपलोड करनी होती है।
इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिनमें खाद्य प्रसंस्करण, लकड़ी का फर्नीचर निर्माण, दैनिक उपभोक्ता वस्तुएँ, ग्रामीण इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, मरम्मत और रखरखाव सेवा, कपड़ा और होजरी उत्पाद, चमड़ा और संबंधित उत्पाद, हस्तशिल्प, और अन्य शामिल हैं। यह विविधता लाभार्थियों को अपनी रुचि और कौशल के अनुसार व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती है।
लघु उद्यमी योजना 2025 के माध्यम से, सरकार न केवल आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर रही है। यह पहल राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी और समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाएगी।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए, आवेदकों को समयसीमा का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 19 फरवरी 2025 से शुरू हो चुकी है, और आवेदन की अंतिम तिथि 5 मार्च 2025 निर्धारित की गई है। इसलिए, इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर अपना आवेदन पूर्ण करें और आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें।
मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना 2025 के माध्यम से, बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जो राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह योजना न केवल बेरोजगारी को कम करेगी, बल्कि स्वरोजगार को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।