प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना 2025 का उद्देश्य देश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर एक हरित और सस्ती ऊर्जा व्यवस्था को स्थापित करना है। यह योजना, जो फरवरी 2024 में शुरू की गई थी, भारत में घरेलू सौर ऊर्जा को आम लोगों तक पहुंचाने की एक ऐतिहासिक पहल है। इसके तहत 2027 तक 1 करोड़ घरों में सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने का लक्ष्य है, जिससे हर घर को निःशुल्क बिजली की सुविधा मिल सके।
इस योजना के तहत, सरकार घरों को सब्सिडी प्रदान कर रही है, जो उनकी औसत मासिक बिजली खपत और उपयुक्त सोलर सिस्टम की क्षमता पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी खपत 150 यूनिट तक है, तो 1-2 किलोवाट की क्षमता वाले सोलर प्लांट पर 30,000 से 60,000 रुपये तक सब्सिडी मिलती है। 300 यूनिट से अधिक खपत करने वालों के लिए, 3 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता वाले सिस्टम पर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। साथ ही, सरकार 7% ब्याज पर बिना गारंटी वाले कर्ज की सुविधा भी प्रदान कर रही है ताकि अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।
अब तक, योजना के अंतर्गत 6.3 लाख सोलर इंस्टॉलेशन पूरे किए जा चुके हैं, और प्रति माह 70,000 से अधिक इंस्टॉलेशन हो रहे हैं, जो कि पहले के औसत से 10 गुना अधिक है। मार्च 2025 तक यह संख्या 10 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि 2027 तक 1 करोड़ का लक्ष्य है। इस पहल से न केवल घरों को बिजली बचाने का मौका मिलेगा, बल्कि वे अतिरिक्त ऊर्जा को डिस्कॉम (DISCOM) को बेचकर आय अर्जित भी कर सकते हैं।
यह योजना पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इसके तहत अगले 25 वर्षों में 1,000 बिलियन यूनिट (BU) बिजली उत्पन्न होने और 720 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आने का अनुमान है। इसके अलावा, सोलर पैनल निर्माण, इंस्टॉलेशन, और रखरखाव जैसे क्षेत्रों में लगभग 17 लाख रोजगार उत्पन्न होने की संभावना है।
योजना का एक खास पहलू “मॉडल सोलर विलेज” है, जिसके तहत प्रत्येक जिले में एक गांव को सोलर ऊर्जा पर आधारित बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पहल के लिए 800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। चुने गए गांवों को 1 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए राष्ट्रीय पोर्टल (pmsuryaghar.gov.in) पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई है। यहां उपयोगकर्ता अपने घर के लिए उपयुक्त सिस्टम का चयन कर सकते हैं, सब्सिडी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, और प्रतिष्ठित वेंडर का चयन कर सकते हैं।
यह योजना न केवल आम लोगों को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि भारत को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित कर रही है। इसके दीर्घकालिक प्रभावों में ऊर्जा की बचत, रोजगार निर्माण, और पर्यावरण की रक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए यहां जाएं।